उत्तर प्रदेश में किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए फार्मर्स आईडी अनिवार्य कर दी गई है। राज्य सरकार ने यह कदम सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने और किसानों को बेहतर लाभ पहुंचाने के लिए उठाया है। दिसंबर 2025 के बाद बिना फार्मर्स आईडी के किसान इस योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे।
अगर आपने अभी तक अपनी फार्मर्स आईडी नहीं बनवाई है, तो इस लेख में बताए गए तरीकों और आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी से आप आज ही इसे बनवा सकते हैं।
फार्मर्स आईडी का महत्व
फार्मर्स आईडी किसानों की एक विशिष्ट पहचान होगी, जिसके माध्यम से वे राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी योजनाओं और सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकेंगे।
- कृषि उत्पाद वितरण: किसानों को अनाज, खाद, और बीज का वितरण सरलता से किया जा सकेगा।
- ऋण सुविधा: फार्मर्स आईडी होने से कृषि ऋण लेने की प्रक्रिया तेज और आसान होगी।
- योजनाओं का लाभ: कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से मिलेगा।
- डेटा सुरक्षा: किसानों की जानकारी संरक्षित रहेगी और किसी भी प्रकार के फर्जी दावों को रोका जा सकेगा।
फार्मर्स आईडी के फायदे
अपर जिला अधिकारी राम प्रकाश के अनुसार, फार्मर्स आईडी से किसानों को निम्नलिखित लाभ होंगे:
- योजनाओं का आसान लाभ: कृषि से जुड़ी सभी योजनाओं का लाभ आसानी से मिलेगा।
- ऋण सुविधा: किसानों के लिए ऋण प्रक्रिया सरल और तेज होगी।
- अनुदान और सहायता: सरकारी अनुदान और अन्य सुविधाओं का वितरण अधिक पारदर्शी होगा।
फार्मर्स आईडी बनाने की अंतिम तिथि
जिला कृषि अधिकारी डॉ. अभय सिंह ने जानकारी दी कि 31 जनवरी 2025 तक फार्मर्स आईडी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। महोबा जिले ने अब तक 9,908 फार्मर्स आईडी बनाकर प्रदेश में सबसे अधिक प्रगति की है। पूरे प्रदेश में 1,12,000 फार्मर्स आईडी बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
जरूरी दस्तावेज
फार्मर्स आईडी बनाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड: पहचान सत्यापन के लिए।
- खसरा-खतौनी की फोटो कॉपी: भूमि स्वामित्व की पुष्टि के लिए।
- मोबाइल नंबर: जो आधार कार्ड से लिंक हो।
फार्मर्स आईडी कैसे बनाएं?
फार्मर्स आईडी बनाने के लिए सरकार ने 4 अलग-अलग तरीके उपलब्ध कराए हैं:
1- कैंप के माध्यम से: विभिन्न गांवों और पंचायतों में कैंप लगाए जा रहे हैं। सरकारी कर्मचारी जैसे पंचायत सहायक, तकनीकी सहायक, बीटीएम, और एटीएम इन कैंपों में मदद कर रहे हैं।
2- जन सेवा केंद्र: नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाकर अपनी फार्मर्स आईडी बनवा सकते हैं।
3- ऑनलाइन पोर्टल: इस आधिकारिक पोर्टल http://upfr.agristack.gov.in/farmer-registry-up/#/ पर जाकर किसान स्वयं अपनी आईडी बना सकते हैं। इसके लिए आपको एक कंप्यूटर या मोबाइल और इंटरनेट की जरूरत होगी।
4- सरकारी विभाग: कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर भी अपनी आईडी बनवा सकते हैं।
फार्मर्स आईडी नहीं है, तो अब क्या करें?
यदि आपने अभी तक अपनी फार्मर्स आईडी नहीं बनवाई है, तो अपने सभी दस्तावेज तैयार करें (आधार कार्ड, खसरा-खतौनी, और मोबाइल नंबर)। ऊपर बताए गए किसी भी माध्यम से अपनी आईडी बनवाएं।अंतिम तिथि (31 जनवरी 2025) से पहले प्रक्रिया पूरी करें।
निष्कर्ष
फार्मर्स आईडी न केवल किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए जरूरी है, बल्कि यह किसानों के लिए अन्य सरकारी योजनाओं और सेवाओं का रास्ता भी आसान बनाएगी। यूपी सरकार का यह कदम किसानों की पहचान और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
अगर आपने अभी तक अपनी आईडी नहीं बनवाई है, तो आज ही कदम उठाएं और इन प्रक्रियाओं का पालन करके सुनिश्चित करें कि आप सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
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