2025 के पहले महीने की केंद्रीय कैबिनेट बैठक में मोदी सरकार ने किसानों के लिए कई अहम फैसले लिए हैं, जो उन्हें आर्थिक राहत प्रदान करेंगे। सरकार ने डीएपी (DAP) फर्टिलाइजर पर सब्सिडी बढ़ाने और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है।
इन फैसलों का उद्देश्य कृषि उत्पादकता में सुधार लाना, किसानों को बेहतर आर्थिक मदद देना और उन्हें उचित दर पर जरूरी कृषि रसायन उपलब्ध कराना है।
डीएपी फर्टिलाइजर पर बढ़ी हुई सब्सिडी
नए साल की शुरुआत में, सरकार ने डीएपी (डाई-एमोनियम फॉस्फेट) फर्टिलाइजर के लिए बड़ी घोषणा की है। सरकार अब किसानों को 50 किलो डीएपी का बैग मात्र 1350 रुपये में उपलब्ध कराएगी। इसके अतिरिक्त, जो भी खर्च बच जाएगा, उसे सरकार खुद वहन करेगी। इससे किसानों को खाद पर ज्यादा सब्सिडी प्राप्त होगी और फसल उगाने में मदद मिलेगी।
भारत सरकार ने डीएपी फर्टिलाइजर्स बनाने वाली कंपनियों के लिए एक विशेष पैकेज को मंजूरी दी है, जिसके तहत इन कंपनियों को अतिरिक्त वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस कदम से डीएपी की कीमतों में कमी आएगी और किसानों को किफायती दर पर यह फर्टिलाइजर उपलब्ध होगा। सरकार ने इसके लिए 3850 करोड़ रुपये की सब्सिडी तय की है, जो सीधे फर्टिलाइजर कंपनियों को दी जाएगी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर भी बड़ा ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एक और अहम फैसला लिया गया। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए 69515 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस योजना से 4 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा, विशेष रूप से छोटे किसानों को। यह योजना प्राकृतिक आपदाओं और अन्य कृषि संकटों के दौरान किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार इस योजना को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए उसके नियमों में सुधार करने जा रही है। इसका उद्देश्य फसल बीमा को और सस्ता और किसानों के लिए सरल बनाना है। इसके तहत, किसानों को फसल नुकसान के मामले में त्वरित क्लेम मिल सकेगा, जो उनके आर्थिक हालात को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
फसल बीमा योजना में सुधार
केंद्र सरकार फसल बीमा योजना को नए स्तर पर ले जाने के लिए काम कर रही है। यूपीए सरकार के समय की फसल बीमा योजनाएं किसानों के लिए पूरी तरह प्रभावी नहीं थीं, लेकिन मोदी सरकार ने इसे और बेहतर बनाने के लिए नियमों में बदलाव किया है। इसमें किसानों को किफायती दर पर बीमा मिलने की संभावना है, जिससे वे अधिक से अधिक लाभ उठा सकेंगे।
डीएपी (डाई-एमोनियम फॉस्फेट) क्या है?
डीएपी, यानी डाई-एमोनियम फॉस्फेट, एक प्रमुख फर्टिलाइजर है, जो पौधों के लिए फास्फोरस और नाइट्रोजन का एक अहम स्रोत है। यह फर्टिलाइजर खासतौर पर फसल की वृद्धि को बढ़ावा देता है और मिट्टी की उर्वरकता को भी सुधारता है। डीएपी का निर्माण अमोनिया और फॉस्फोरिक एसिड के रिएक्शन से होता है। यह जल में जल्दी घुलता है, जिससे पौधों तक इसके पोषक तत्व जल्दी पहुंचते हैं। इसलिए इसे किसानों के लिए एक प्रभावी और लोकप्रिय विकल्प माना जाता है।
नए साल में किसानों के लिए अहम कदम
केंद्र सरकार के इन फैसलों से किसानों को न केवल खाद्य पदार्थों की खेती में मदद मिलेगी, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। खाद की कीमतों में कमी और फसल बीमा योजना में सुधार से किसान ज्यादा आत्मनिर्भर और सुरक्षित महसूस करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए यह अहम कदम उठाए हैं, जो उनके जीवन को बेहतर बनाने में सहायक साबित होंगे।
निष्कर्ष
मोदी सरकार के द्वारा किसानों के लिए किए गए इस बड़े फैसले से यह साबित होता है कि केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र की विकास में पूरी तरह समर्पित है। डीएपी पर बढ़ी हुई सब्सिडी और फसल बीमा योजना के जरिए सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसान हर प्रकार के संकट का सामना करने के लिए वित्तीय सुरक्षा महसूस करें। आने वाले दिनों में इन योजनाओं का असर देशभर के किसानों की खेती और आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक रूप से दिखाई देगा।
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